surah gashiyah in hindi

Surah Gashiyah In Hindi With Translation | सूरह ग़ाशियह तरजुमे के साथ

Surah Gashiyah In Hindi With Translation

सूरह ग़ाशियह तरजुमे के साथ

अगर आप सूरह गाशियाह को समझना चाहते हैं, तो यहाँ पर क़ुरआन की 88 No. Surah जो 30 वें पारे में है यानि सूरह गाशियह हिन्दी में ( Surah Gashiyah In Hindi )बयान की गयी है, और साथ ही उसकी आयत दर आयत तफ़सीर बयान की गयी है जिससे आपको इस सूरह के मानी और मतलब समझने में आसानी होगी और तफ़सील से जानने के लिए आप क़ुर आन की कोई तफ़सीर देख सकते हैं

ऊजु बिल्लाहि मिनश शैतानिर रजीम

बिस्मिल्ला हिर रहमानिर रहीम

1.हल अताक हदीसुल ग़ाशियह

क्या तुम्हें उस वाक़िये की ख़बर पहुँची, जो सब पर छा जाने वाला है

2. वुजूहुय यौ मइजिन ख़ाशिअह

बहुत से चेहरे उस दिन उतरे हुए होंगें

3. आमिलतुन नासिबह

मुसीबत के मारे, और थके मांदे होंगें

4. तस्ला नारन हामियह

जो दहकती हुई आग में दाख़िल होंगे

5. तुस्क़ा मिन ऐनिन आनियह

उनको एक खौलते हुए चश्मे का पानी पिलाया जायेगा

6. लैस लहुम तआमुन इल्ला मिन दरीअ

उनके लिए कांटेदार झाड़ के सिवा और कोई खाना नहीं होगा

7. ला युस्मिनु वला युग्नी मिन जूअ

जो न जिस्म का वज़न बढ़ाएगा और न ही भूक मिटाएगा

8. वुजूहुय यौम इजिन नाइमह

उस दिन बहुत से चेहरे तरोताज़ा होंगे

9. लि सअ’यिहा रादियह

(दुनिया में) अपने किये हुए आमाल से ख़ुश होंगे

10. फ़ी जन्नतिन आलियह

आलीशान जन्नत में होंगे

11. ला तसमउ फ़ीहा ला गियह

जिसमें वो कोई बेहूदा बात नहीं सुनेंगे

12. फ़ीहा ऐनुन जारियह

उस जन्नत में बहते हुए चश्में होंगे

13. फ़ीहा सुरुरुम मरफूअह

ऊंचे ऊंचे तख़्त

14. व अक्वाबुम मौदूअह

और सामने रखे हुए प्याले

15. व नमारिक़ु मस फ़ूफ़ह

एक लाइन से रखे हुए तकिये

16. व ज़रा बिय्यु मब्सूसह

और हर तरफ़ फैले हुए क़ालीन होंगे

17. अफ़ला यन्ज़ुरूना इलल इबिलि कैफ़ा ख़ुलिक़त

क्या वो लोग ऊँट को नहीं देखते, कि कैसे पैदा किये गए हैं ?

18. व इलस समाइ कैफ़ा रुफ़िअत

और आसमान को ( नहीं देखते ) कि किस तरह बलंद किया गया है

19. व इलल जिबालि कैफ़ा नुसिबत

और पहाड़ों को, कि कैसे खड़े किये गए हैं

20. व इलल अरदि कैफ़ा सुतिहत

और ज़मीन को, कि कैसे बिछाई गयी है

21. फ़ ज़क्किर इन्नमा अंता मुज़क्किर

तो ( ए पैग़म्बर ) आप नसीहत करते रहिये, इसलिए कि आप सिर्फ़ नसीहत करने वाले हैं

22. लस्ता अलैहिम बिमु सैतिर

आप उन पर दरोगा तो हैं नहीं (आप को उन पर ज़बरदस्ती करने के लिए मुसल्लत नहीं किया गया है)

23. इल्ला मन तवल्ला व कफ़र

हाँ ! मगर जो मुंह मोड़ेगा, और कुफ़्र इख्तियार करेगा

24. फ़ युअज्ज़िबुहुल लाहुल अज़ाबल अकबर

तो अल्लाह उसको बड़ा ज़बरदस्त अज़ाब देंगे

25. इन्ना इलैना इयाबहुम

यक़ीन जानो ! उन सबको हमारे पास ही लौट कर आना है

26. सुम्मा इन्ना अलैना हिसाबहुम

फ़िर यक़ीनन उन का हिसाब हमारे जिम्मे है

Surah Gashiyah Tafseer In Hindi | सूरह गाशियह की तफ़सीर

आयत न. 1 : गाशियह के असल मानी ढांप लेने वाली चीज़ के हैं, क्यूंकि क़यामत के दिन की हौलनाकी पूरी कायनात को ढांप लेगी, इसलिए इस का एक नाम गाशियह भी है और यहाँ पर इसका मतलब क़यामत है

आयत न. 2 से 7 तक : जहन्नमियों का तज्करा किया गया है, वहां पर उन का क्या हाल होगा ये भी बयान किया गया, और कहा गया है कि उस दिन कुछ लोग मुसीबत के मारे थके मांदे होंगे ( इसलिए कि उनके गुनाहों की वजह से उन की गर्दनों में तौक, पैरों में बेड़ियाँ पड़ी होंगी, नंगे पैर नंगे बदन मैदाने हश्र में खड़े किये जायेंगे और चेहरे के बल घसीटे जायेंगे )

आयत न. 8 से 16 तक : जन्नतियों का तज्करा किया गया है और वहां पर उनकी कैसे मेहमान नवाज़ी होगी इसको भी बयान किया गया है

आयत न. 17 से 20 तक : अरब के लोग जब ऊँट पर सफ़र करते थे तो उन्हें ज़मीन आसमान पहाड़ नज़र आते थे तो अल्लाह तआला फ़रमाते हैं कि ये लोग अपने आस पास की चीज़ों ( ज़मीन, आसमान, पहाड़, ऊँट ) पर ही गौर कर लें, तो उन्हें अल्लाह की क़ुदरत का यक़ीन आ जाये कि जो अल्लाह इन चीज़ों को पैदा करने पर क़ादिर है तो वो यक़ीनन इस बात पर भी क़ादिर है कि इंसानों को मरने के बाद दूसरी ज़िन्दगी अता करे और उन से उनके आमाल का हिसाब ले

आयत 21 से 26 तक : हज़रत मुहम्मद (सल्लल लाहू अलैहि वसल्लम) को काफ़िरों की हटधर्मी से जो तकलीफ़ होती थी जब वो ईमान नहीं लाते थे, तो उस पर आपको क़ुरआन ने ये तसल्ली दी कि आप का काम बस तबलीग़ किये जाना और समझाना है, ज़बरदस्ती किसी को हिदायत और मुसलमान बना देना नहीं है

अल्लाह तआला हमारी हिफ़ाज़त फ़रमाए

और सच्चे मोमिन की हालत में अपने पास बुलाये

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