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Deen Ki Baten | Zuban Ke Gunaah | ज़ुबान के 30 गुनाह

Deen Ki Baten | Zuban Ke Gunaah

ज़ुबान के 30 गुनाह

ज़ुबान ऐसा दरिंदा है कि अगर इसे क़ाबू में न किया जाये तो ये लोगों को चीर फाड़ खाए, हमारे अक्सर गुनाह ज़ुबान से ही होते हैं चलिए आज ज़ुबान से होने वाले गुनाहों पर बात करते हैं ताकि हम इन गुनाहों से बच सकें |

1. झूट बोलना

2. गीबत करना

यानी किसी की पीठ पीछे बुराई करना

3. वादा खिलाफ़ी करना

4. ज़्यादा मज़ाक़ करना

मतलब मज़ाक अख्लाकी हदों से पार नहीं होना चाहिए

5. बद अख्लाकी

लोगों से बड़ी बद अख्लाकी से पेश आना

6. दिल तोड़ना

किसी से कोई बात नहीं कहना चाहिए जो किसी का दिल टूटे

7. बे इज्ज़ती करना

हर इंसान को अपनी इज्ज़त प्यारी होती है इसलिए हमेशा हर किसी को इज्ज़त देना उसकी इज्ज़त पर हमला न करना

8. तोहमत लगाना

किसी पर इलज़ाम लगाना

9. ताने देना

ये बुराई भी हमारे दरमियान बिलकुल आम है

10. बेजा सख्ती करना

बच्चा हो या आपका नौकर सख्ती हर वक़्त न करना बस ज़रुरत के वक़्त

11. नाहक हुक्म करना

नबी स.अ. ने एक सहबिया से फ़रमाया कि फुलां सहाबी से शादी कर लो तो उन सहबिया ने पुछा या रसूलल लाह स.अ. ये आपका हुक्म है या मशवरा है तो नबी स.अ. ने फरमाया कि मशवरा है तो सहबिया ने फ़रमाया कि अगर आपका हुक्म होता तो मैं ज़रूर मानती लेकिन फुलां को मैं पसंद नहीं करती इसलिए मैं उनसे शादी नहीं करूँगीं

नबी स. अ. को मालूम था कि कहां हुक्म देना है और कहां नहीं क्यूंकि नबी के हुक्म की खिलाफ वर्ज़ी कुफ्र है इसलिए हम में से बड़ों को इस चीज़ का ख्याल रखना चाहिए कि अपने छोटों पर हर चीज़ का दबाव न डालें

12. किसी का मजाक उड़ाना

13. न उम्मीद करना

अगर कोई आपके पास कोई उम्मीद लेकर आया है तो कोशिश करके उसकी उम्मीदों पर ज़रूर खरा उतरना चाहिए

14. दिखावे की गुफ्तगू करना

15. बुराई का हुक्म करना

16. नेकी से रोकना

17. दिल अजारी करना

किसी से कुछ ऐसा कह देना जिससे बात उसके दिल पर लगी हो

18. झूटी गवाही देना

19. अफ़वाहें फैलाना

20. किसी को गम में डाल देना

21. फुजूल बकना

22. सख्त कलामी करना

लोगों के साथ हमेशा नरमी से पेश आना चाहिए सख्त सख्त बातें करने से परहेज़ करना चाहिए

23. नुकता चीनी करना

लोगों में कमियां निकालना

24. चापलूसी और खुशामद करना

25. ना महरम के साथ बड़ी दिल चस्पी से बात करना

26. लोगों के राज़ खोल देना

27. बगैर तहक़ीक़ के कोई खबर देना

ऐसी बात जिसकी कोई तहक़ीक़ नहीं है सिर्फ सुनी हुई है और दूसरों तक पहुंचा देना

28. लोगों पर ऐब लगाना

29. लोगों को बदनाम करना

30. झूटी क़सम खाना

 

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