5 Kaam Azan Ke Waqt | अज़ान के वक़्त 5 काम ज़रूर करने चाहियें

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5 Kaam Azan Ke Waqt

अज़ान के वक़्त 5 काम ज़रूर करने चाहियें

अज़ान ( Azan ) जिस में अल्लाह तआला की बड़ाई और मुहम्मदुर रसूलुल्लाह को अल्लाह के रसूल होने की गवाही दी जाती है और जिसे सुनकर मुसलमान चारों तरफ से अल्लाह की इबादत के लिए मस्जिदों की तरफ दौड़ पड़ते हैं, और अपनी अपनी नमाज़ें सब मिलकर जमात के साथ अदा करते हैं |

आप जानते ही होंगे कि कहीं लोगों को इकठ्ठा करने के लिए शंख बजाया जाता है, और कहीं घंटा बजाय जाता है, इसी तरह अलग अलग कौम के लोग किसी न किसी चीज़ को सायरन के तौर पर इस्तेमाल करते हैं लेकिन इस्लाम में अज़ान वो सायरन है जो सारे मज़ह्बों से अलग है और लोगों को अल्लाह की इबादत की तरफ बुलाने का एक बेहतरीन ज़रिया है |

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लेकिन क्या आपको मालूम है कि अज़ान के वक़्त कौन कौन से काम हमें करने चाहिये जो अल्लाह के यहाँ हमारे दरजात को बढ़ा सकते हैं दोज़ख़ से दूर और जन्नत से करीब कर सकते हैं

यहाँ पर हमने 5 ऐसे काम बयान किये हैं जो अज़ान के वक़्त करने चाहिए

1. अज़ान का जवाब देना

अज़ान देने वाला जो भी कहे उसको आप दोहराएँ, वो जब “अल्लाहु अकबर” कहे तो आप भी जवाब में “अल्लाहु अकबर” कहें, ऐसा पूरी अज़ान में आप को करना है, हाँ ! सिर्फ़ “हय्या अलस सलाह” और “हय्या अलल फ़लाह” के जवाब में “ला हौला वाला क़ुव्वाता इल्ला बिल लाह” कहना है |

2. ये कलिमात पढ़ना

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अशहदु अल ला इलाहा इल्लल लाहु

वअश हदु अन्ना मुहम्मदन अब्दुहू व रसूलुह,

रदीतु बिल लाहि रब्बौ,

व बि मुहम्मदिन रसूलन,

व बिल इस्लामि दीना

3. अज़ान के बाद धीमी आवाज़ में नबी करीम सल्लल लाहु अलैहि वसल्लम पर दुरूद पढ़ना

दुरूद शरीफ़ यानि दुरूदे इब्राहीमी पढ़ें या कम से कम

अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मद व अला आलि मुहम्मद ज़रूर पढ़ें

4. अज़ान के बाद की दुआ पढ़ना

दुआ ये है….

अल्लाहुम्मा रब्बा हज़िहिद द अवतित ताम्मह,

वस सलातिल क़ा इमह,

आति मुहम्मदानिल वसीलता

वल फ़दीलता वब असहु मक़ामम महमूदा,

अल्लज़ी व अत्तह, इन्नका ला तुख्लिफुल मीआद

5. अपनी जाएज़ ज़रूरतों की दुआ माँगना

अज़ान के बाद बहुत अच्छा मौक़ा होता है दुआएं मांगने का और अपनी ज़रूरतों को अल्लाह के सामने रखने का, इसलिए इस वक़्त कोशिश करें कि अज़ान के बाद की दुआ पढने के बाद अपनी नेक तमन्ना के बारे में अल्लाह से ज़रूर कहें, कोई नहीं जानता कब वो बद्शाहों का बादशाह हमारी दरख्वास्त क़ुबूल कर ले, और और नेक बन्दों में शामिल करके हमें दीन और दुनिया में कामयाब बना दे |

अल्लाह हमें नेक अमल की तौफ़ीक़ अता फ़रमाए

आमीन 

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