5 Benefits Of Surah Humazah

5 Benefits Of Surah Humazah | सूरह हुमज़ह के 5 फ़ायदे

5 Benefits Of Surah Humazah |

सूरह हुमज़ह के 5 फ़ायदे

अगर आप कुरआन की तिलावत करते हैं तो उससे अल्लाह भी राज़ी होते हैं और अल्लाह के रसूल भी और इसके साथ ही आपको जिस्मानी और रोहानी कई फ़ायदे मिलते हैं दिल का ज़ंग दूर होता है और उसकी सफाई हो जाती है दिल की सख्ती और तंगी दूर होती है, इसके अलावा क़ुरान की सूरतें किसी ख़ास तकलीफ़ में पढ़ी जाएँ तो इसका बेहतरीन इलाज साबित होती हैं जैसे सूरह हुमजह ( ) इसको अगर अलग तकलीफों में पढ़ा जाये तो बड़ी कारगर साबित होती है

तो चलिए आज हम सूरह हुमज़ह के 5 फ़ायदे बताएँगे (5 Benefits Of Surah Humazah ) ये सूरह 30 वें पारे में है और छोटी सी है, जिसको अगर आप पूरे यक़ीन और ईमान के साथ नीचे बताई गयी बीमारियों और तकलीफों में पढ़ेंगे तो आपो इंशाअल्लाह ज़रूर आराम हासिल होगा

5 Benefits Of Surah Humazah | सूरह हुमज़ह के 5 फ़ायदे

आँख की कोई तकलीफ़ हो तो…

आँखों में किसी किस्म की तकलीफ़ हो जैसे आँखों में दर्द हो, चुभन या जलन हो, या आँख लाल हो जाती हो तो गुलाब जल पर 7 बार सूरह हुमज़ह पढ़ कर दम कर दें और फिर वो गुलाब जल 11 दिन तक पाबंदी के साथ आँख में डालें तो इंशाअल्लाह हर तरह का मर्ज़ और दर्द ख़त्म हो जायेगा

बच्चे को नज़र लग जाये या ज़्यादा रो रहा हो

कोई बच्चा ज़्यादा रो रहा हो बेचैन हो, और इस बात का शक हो कि नज़र लग गयी है तो इस सूरह हुमज़ह में इसके लिए बड़ी तासीर है कि एक बार सूरह हुमज़ह बिस्मिल्लाह के साथ एक बार पढ़ें और उस पर दम कर दें इंशाअल्लाह धीरे धीरे उसकी तबियत बहाल हो जाएगी

बच्चों के पेट में तकलीफ़ हो तो…

जब छोटे बच्चों के पेट में दर्द हो या पेट में कीड़े हो गए हों तो उसके लिए इस सूरह में बड़ी तासीर है कि 21 बार सूरह हुमजह पढ़ कर पानी पर दम करके पिलाया जाये तो इंशाअल्लाह बहुत तकलीफ़ से नजात मिल सकती है

अल्सर हो या पेट कि कोई तकलीफ़ हो…

किसी को पेट में कोई बीमारी हो जैसे अल्सर हो या खाना खाने पर पेट में दर्द होता हो तो उसके लिए आप को करना ये है कि इस सूरह को 7 बार खाने पर दम करके खाएं तो इंशाअल्लाह वो खाना पेट में तकलीफ़ का सबब नहीं बल्कि उससे और नफ़ा पहुँचेगा इंशाअल्लाह

दुश्मन की बद्गोई और तकलीफ़ से बचने के लिए

अगर कोई शख्स बद्गोई करता हो और ज़बान से तकलीफ़ पहुँचाने का कोई मौक़ा न छोड़ता हो और उसके इस अमल से आप तंग आ चुके हों तो सूरह हुमजह का ये अमल बहुत कारगर हो सकता है और उसका तरीक़ा ये है कि 21 बार इस सूरह को पढ़ें और दुश्मन का तसव्वुर करके दुआ करें और ये अमल लगातार 41 दिन तक करें इंशाअल्लाह आप बद्गोई और तकलीफ़ से महफ़ूज़ हो जायेंगे

अल्लाह हमारी मुश्किलें आसान कर दे |

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