Surah zilzal hindi

Surah Zilzal Hindi Translation | सूरह ज़िल्ज़ाल का तर्जुमा

Surah Zilzal Hindi Translation

सूरह ज़िल्ज़ाल का तर्जुमा

1. इज़ा ज़ुल ज़िलतिल अरजु ज़िलज़ा लहा

2. व अख रजतिल अरजु अस्कालहा

3. वक़ालल इंसानु मा लहा

4. यौ मइजिन तुहद्दिसु अख़बा रहा

5. बि अन्न रब्बका अव्हा लहा

6. यौ मइजिय यस दुरून नासु अश्तातल लियुरौ अअ’ मालहुम

7. फमय यअ’मल मिस्काला ज़र रतिन खैरै यरह

8. वमै यअ’मल मिस्काला ज़र्रतिन शररै यरह

Surah Zilzal Translation Hindi

1. जब ज़मीन अपने भोंचाल से झिंझोड़ दी जाएगी

2. और वो अपने अन्दर के बोझ को निकाल फेंकेगी

3. और इंसान कहेगा : ज़मीन को क्या हो गया है ?

4. उस दिन वो खुद अपने हालात बयान करने लगेगी

5. इसलिए कि आपके परवरदिगार ने उस को यही हुक्म दिया होगा

6. उस दिन लोग गिरोह दर गिरोह हो कर आयेंगे ताकि उनको उनके आमाल दिखा दिए जायें

7. तो जिसने ज़र्रा बराबर भी नेकी की होगी वो उसको देख लेगा

8. तो जिसने ज़र्रा बराबर भी बुराई की होगी वो उसको देख लेगा

Surah Zilzal Translation Hindi

Surah Zalzalah Ki Tafseer

(1) हज़रत अब्दुल्लाह बिन उमर र.अ. का कौल है कि ये ज़लज़ला पहली बार सूर फूंकने के वक़्त ज़ाहिर होगा

(2) यानी मुर्दों को,और ज़मीन के अन्दर जो क़ुदरती वसाइल सोने, चांदी वगैरह जो मौजूद हैं, उनको उगल देगी

(3) मुसलमान तो चूंकि क़यामत पर ईमान रखते थे, इसलिए उनको इस वाक़िये के पेश आने पर कोई तअज्जुब नहीं होगा; लेकिन जो लोग ईमान नहीं रखते वो पूछेंगे कि ज़मीन में ये ज़लज़ला क्यूँ आया है ?

(4) अल्लाह तआला उस दिन अपनी कुदरत से ज़मीन को बोलने की सलाहियत अता करेंगे और वो अपने ऊपर बसने वाले तमाम लोगों के हालात बयान करेगी कि हमारे ऊपर रहते हुए इन लोगों ने क्या अमल किया है ?

(5) जब एक मामूली चिप से इंसान लाखों पेज के कंपयूटराइज्ड रिकॉर्ड को महफ़ूज़ रखता है और रेडियो व आडियो के ज़रिये आवाजों को महफूज़ किया जा सकता है तो अगर अल्लाह तआला इस दिन ज़मीन को बोलने की ताक़त दे दें तो क्या त अज्जुब है, इसीलिए आयत न. 6 में बता दिया गया कि ये सब कुछ ज़मीन अपने आप से नहीं करेगी बल्कि अल्लाह तआला के हुक्म से करेगी |

(6) हज़रत अब्दुल्लाह बिन अब्बास र.अ. फरमाते हैं कि लोगों के आमाल के हिसाब से उनके अलग अलग गिरोह बना दिए जायेंगे |

(7) ज़र्रा का मतलब कम से कम मिक़दार है जो तौलने में न आ सके इतना छोटा अमल भी हिसाबो किताब के दायरे में आ जायेगा, हाँ आख़िरत में छोटा या बड़ा अमल उसी वक़्त फायदेमंद होगा जब कि अमल करने वाला ईमान वाला हो |

(8) हज़रत ज़ैद बिन असलम र.अ. फरमाते हैं कि एक साहब रसूल स.अ. की ख़िदमत में हाज़िर हुए और दरख्वास्त की कि अल्लाह तआला ने आपको जिस इल्म से नवाज़ा है, आप हमें उस की तालीम दें, तो आप स.अ. ने एक दुसरे साहब को इस ज़िम्मेदारी पर लगा दिया कि वो इस को तालीम दें, उन्होंने यही सूरह पढाई और जब इस आख़िरी आयत पर पहुंचे तो उसने कहा : मेरे लिए यही काफी है ; जब नबी स.अ. को इसकी खबर पहुंची तो नबी स.अ. ने फ़रमाया ; उसे छोड़ दो, उसने दीन समझ लिया है |

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3 thoughts on “Surah Zilzal Hindi Translation | सूरह ज़िल्ज़ाल का तर्जुमा

  1. Assalamoalaikum. Please correct last two Line “khariyarah” and “sharyraha”. Jazakallah khair

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