Nek Aulad Ki 3 Nishaniya

Nek Aulad Ki 3 Nishaniya | नेक औलाद की तीन निशानियाँ

Nek Aulad Ki 3 Nishaniya

नेक औलाद की तीन निशानियाँ

माँ बाप जी हाँ पैरेंट्स जिनकी अज़मत व मरतबा हमारे नबी करीम सल्लल लाहू अलैहि वसल्लम ने कुछ इस तरह बयान फ़रमाया कि माँ के पैरों तले जन्नत है और बाप जन्नत का दरवाज़ा है, यानि माँ की खिदमत कुछ इस तरह करो कि उनके क़दमों में सब कुछ निछावर कर दो तब कहीं जाकर जन्नत के हक़दार बनोगे और बाप की बिलकुल नाफ़रमानी न करो क्यूंकि उसकी ख़ुशी से ही जन्नत के दरवाज़े की चाबी मिल सकती है |

इसलिए औलाद की ज़िम्मेदारी ये बनती है कि वो हमेशा अपने माँ बाप की नेक औलाद बने न सिर्फ उनके साथ नेकी करे बल्कि उनके आस पास भी नेकी का माहौल पैदा करे, और अपने छोटों को भी इसी की तालीम दे क्यूंकि हदीस का मफहूम है कि लानत हो उस शख्स पर जो अपने माँ बाप की ज़िन्दगी को पाए और अपनी मगफिरत न करवा ले,  और ये सिर्फ उसी वक़्त हो सकता है जब अपने माँ बाप की नेक औलाद बने |

Nek Aulad Ki 3 Nishaniya

क्या आप अपने माँ बाप के हक में नेक हैं ?

और नेक औलाद का दरजा आपको हासिल है कि नहीं ?

ये तीन निशानियाँ आप को बतायेंगी 

1. जो अपने माँ बाप की खिदमत को अपनी कामयाबी का राज़ समझते हैं

जो औलाद अपने माँ बाप की खिदमत और उनकी खुशी को अपनी ज़िन्दगी और आख़िरत में कामयाबी की सीढ़ी समझते हैं, और इसीलिए अपनी जानिब से उनकी खिदमत का कोई मौक़ा नहीं छोड़ते तो ऐसे लोग नेक हैं |

2. जब सारे घर की ख्वाहिश और पसंद एक तरफ हो और माँ की एक तरफ तो माँ की ख्वाहिश को ऊपर रखे

जब नबी स.अ. से सवाल किया गया कि मेरी खिदमत का सब से ज्यादा हक़दार कौन है तो नबी स.अ. ने फ़रमाया कि तुम्हारी माँ, फिर पुछा उसके बाद कौन, फ़रमाया : तुम्हारी माँ, फिर पुछा : उसके बाद कौन, फ़रमाया तुम्हारी माँ, चौथी बार पूछने पर फ़रमाया : तुम्हारा बाप

एक दूसरी हदीस में है कि जिसने रब को राज़ी करना है वो वालिदैन को राज़ी कर ले और जिसने रब को नाराज़ करना है वो वालिदैन को नाराज़ कर ले, इसलिए हमने और आपको समझना है कि उनकी पसंद और ख्वाहिश को हम ज्यादा अहमियत दें, इसी में कामयाबी है |

3. जो औलाद माँ बाप की ज़िन्दगी में और उनकी वफात के बाद उनके लिए दुआ करे

एक बुज़ुर्ग के पास एक शख्स आया, उसने पुछा : कि मैं नेक बच्चा हूँ या नहीं, तो उन्होंने पुछा : कि तुम अपने माँ बाप के लिए दुआ करते हो, उसने कहा : हाँ तो बुज़ुर्ग ने जवाब दिया, कि तो तुम ने नेक बच्चे हो |

 

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3 thoughts on “Nek Aulad Ki 3 Nishaniya | नेक औलाद की तीन निशानियाँ

  1. Janab jis masjid me juma ki namaj ada na hoti o kya lock doun me us masjid me juma ke din juhar jamat se ada ki ja sakti hai….

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