dua hizbul bahr hindi me

Dua Hizbul Bahr And Its Benefits Hindi | दुआ हिज़बुल बह्र और इसके के फ़ायदे

Dua Hizbul Bahr And Its Benefits Hindi

दुआ हिज़बुल बह्र और इसके के फ़ायदे

दुआ (Dua) एक ऐसी इबादत है जिसके ज़रिये इंसान अपने अल्लाह से डायरेक्ट बात करता है, अपने अल्लाह को पुकारता है, उसके सामने सामने अपना दर्द बयान करता है, अपना दुखड़ा रोता है, अपने गुनाहों की माफ़ी मांगता है और अपनी टूटी फूटी इबादतों के क़ुबूल होने की दरख्वास्त करता है

तो आज मैं आपको एक बेहतरीन दुआ बताने जा रहा हूँ जो एक बहुत ही पावरफुल दुआ है और ज़िन्दगी के तमाम मसअलों और रुकावटों को हल कर देने वाली है इसके अन्दर ऐसे अलफ़ाज़ हैं जो अल्लाह की रहमत को हासिल करके ही छोड़ते हैं उस दुआ का नाम है हिज़बुल बह्र (dua hizbul bahr)

Dua Hizbul bahr Benefits Hindi | दुआ हिज़बुल बह्र के फ़ायदे

  1. जादूगर का जादू पलट जाता है
  2. जिस घर में पढ़ी जाती है वहां जिन्नात नहीं ठहरते
  3. रिज्क़ के दरवाज़े खुल जाते हैं
  4. ज़ाहिरी और बातिनी आफ़ियत सेहत और इज्ज़त मिलती है
  5. इसके अलावा इसमें बहुत से फ़ायदे हैं

Hizbul Bahr Dua Pahle Kisne Padhi | सब से पहले किसने पढ़ी ?

एक मरतबा अबुल हसन शाज़िली (रहमतुल लाहि अलैह) समंदर में फँस गए थे तब एक सच्चे ख्व़ाब में अल्लाह के रसूल (सल्लल लाहु अलैहि वसल्लम) ने ये दुआ पढ़ने की तलकीन की उस वक़्त अबुल हसन शाज़्ली रहमतुल लाहि अलैह ने ये दुआ पढ़ी और समंदर में भटकने से बच गए

Hizbul Bahr Dua Kab Padhen | ये दुआ कब पढ़ी जाएगी ?

बेहतर तो ये है कि आप रोज़ाना इस दुआ को सुबह के वक़्त पढ़ें, लेकिन अगर न पढ़ सकते हों तो इसकी ऑडियो सुबह और शाम को मगरिब के बाद लगा दें जिस से ख़ुद भी सुनें और घर भर में इसकी आवाज़ जाये

Dua Hizbul Bahr In Hindi Pdf | दुआ हिज़्बुल बह्र

या अल्लाह या अल्लाह या अल्लाह, या अलिय्यु या अज़ीमु या हलीमु या अलीमु

अन्ता रब्बी व इल्मुका हस्बी व निअ’मर रब्बु रब्बी, व निअ’मल हस्बु हस्बी, तन्सुरु मन तशाऊ व अन्तल अजीजुर रहीम

अल्लाहुम्मा इन्ना नस अलुकल इस्मता फ़िल ह-रकाति वस स-कनात, वल कालिमाति वल इरादात, वल ख़-तराति मिनज़ ज़ुनून, वश शुकूकि वल अव्हामिस सातिरति लिल क़ुलूब, अम मुता ल-अतिल ग़ुयूब फ़-क़दिब तुलियल मुअ’मिनूना व ज़ुल्ज़िलू ज़िल्ज़ालन शदीदा

वइज़ यक़ूलुल मुनाफ़िक़ूना वल लज़ीना फ़ी क़ुलूबिहिम म-रदुम मा वअदनल लाहु व रसूलुहू इल्ला गुरुरा

फ़ सब्बित्ना, फ़ सब्बित्ना, फ़ सब्बित्ना अला उमूरिश शरीअह, अल्लाहुम्मज अल्नी अजीज़न अला अअ’युनिन नास, व ज़लीलन फ़ी ऐनी, वन सुरना अला जमीइल ख़लाइक़

वसख खिर लना हाज़ल बहरा कमा सख़ ख़रतल बहरा लि सय्यिदिना मूसा अलैहिस सलाम, वसख़ ख़रतन नारा लि सय्यिदिना इबराहीम अलैहिस सलाम, वसख़ ख़रतल जिबाला वल हदीदा लि सय्यिदिना दाऊद अलैहिस सलाम, वसख़ ख़रतर रियाहा वश शयातीना वल जिन्ना वल इन्सा लि सय्यिदिना सुलैमान अलैहिस सलाम

वसख़ ख़रतल मुल्का वल म-लकूता वल अवालिमा कुल्लिहा लि सय्यिदिना व नबिय्यिना वशफ़ी इना व मौलाना मुहम्मदिन अलैहिस सलातु वस सलामु व रहमतुल लाहि व ब-रकातुह

वसख़ खिर लना कुल्ला वज़ीरिव व अमीर, व र इय्यातिव वसख़ खिर लना कुल्ला बिर्रिव व फ़ासिक़िव व फ़ाजिर, वसख़ खिर लना कुल्ला बहरिन हुवा लका फ़िल अरदि वस समाइ वल मुल्कि वल म-लकूत, व बहरिद दुनिया व बहरिल आखिरह, वसख़ खिर लना कुल्ला शैइय या मम बियदिही म-लकूतु कुल्लि शैइव वइलैहि तुरजऊन

काफ़ हा या ऐन साद, काफ़ हा या ऐन साद, काफ़ हा या ऐन साद

फ़न सुरना फ़ इन्नका खैरुन नासिरीन, वफ़ तह लना फ़इन्नका खैरुल फातिहीन, वगफ़िर लना फ़ इन्नका खैरुल गाफ़िरीन, वर हमना फ़ इन्नका खैरुर राहिमीन, वर ज़ुक्ना फ़ इन्नका खैरुर राज़िकीन, वह फ़ज्ना फ़इन्नका खैरुल हाफ़िजीन, वहदिना व नज्जिना मिनल कौमिज़ ज़ालिमीन

वहब लना मिल लदुन्का रीहन तय्यिबतन कमा हिय फ़ी इल्मिका वन शुरना अलैना मिन खज़ाइना रह्मतिक, वह मिल्ना बिहा हम्लल किरामति मअस सलामति वल आफ़ियति फ़िद दीनि वद दुनिया वल आख़िरह, इन्नका अला कुल्लि शैइन क़दीर

अल्लाहुम्मा यस सिर लना उमूरना, अल्लाहुम्मा यस सिर लना उमूरना, अल्लाहुम्मा यस सिर लना उमूरना, मअर राहति लिक़ुलूबिना व अब्दानिना, वस सलामति वल आफ़ियति फ़ी दीनिना व दुन्याना, व क़ुल लना साहिबन फ़ी स-फ़रिना व ख़लीफ़तन फ़ी अह्लिना, मुईनन व हामियन फ़ी हदरिना

वतमिस अला वुजूहि अअ’दा इना, वमसख़ हुम अला मका नतिहिम, फ़ला यस ततीऊनल मुदीउ वलल मजीउ इलैना, वलौ नशाउ ल-तमसना अला अअ’युनिहिम फ़स त-बक़ुस सिराता फ़इन्ना युब्सिरून, वलौ नशाउ ल-मसख़ नाहुम अला मका नतिहिम फ़मस तताऊ मुदिय यौ वला यरजिऊन

यासीन, यासीन, यासीन, वल क़ुर आनिल हकीम, इन्नका लमिनल मुरसलीन, अला सिरातिम मुस्तक़ीम तनज़ीलल अज़ीज़िर रहीम
लितुन ज़िरा कौमम मा उनज़िरा आबाउहुम फ़हुम ग़ाफिलून, लक़द हक क़ल क़ौलु अला अक सरिहिम फहुम ला युअ’मिनून, इन्ना जअल्ना फी अअ’ना क़िहिम अगलालन फ़हिया इलल अजक़ानि फ़हुम मुक़महून, व जअल्ना मिम बैनि ऐदीहिम सद्दव वमिन ख़लफ़िहिम सद्दन फ़अग शैनाहुम फहुम ला युबसिरून

शाहतिल वुजूह, शाहतिल वुजूह, शाहतिल वुजूह, व अ-नतिल वुजूहू लिल हय्यिल क़य्यूम, वक़द खाबा मन ह-मला ज़ुल्मा

तासीन, तासीन, ता सीम मीम, हामीम ऐन सीन क़ाफ़, म-रजल बहरैनि यल तक़ियानि बैनहुमा बर ज़खुल ला यब्गियान

हा मीम, हा मीम, हा मीम, हा मीम, हा मीम, हा मीम, दफ़अ’तु बि अमरिल लाहि तआला कुल्ला बलाइव वक़दाअ.. युजीउ मिन हाज़िहिल जिहातिस सित्तति तअ’मनु बि इज्निल लाहि तआला मिन जमीइल आफ़ाति वल आहात

हामीम, हामीम, हुम्मल अमरु वजा अन नसरू फ़ अलैना ला युन्सरून, हामीम तन्ज़ीलुल किताबि मिनल लाहिल अजीज़िल अलीम, ग़ाफिरिज़ ज़म्बि व क़ाबिलित तौबि शदीदिल इक़ाबि जित तौल, ला इलाहा इल्ला हुवा इलैहिल मसीर

बिस्मिल लाहि बाबुना, तबारका हीतानुना, यासीन सक्फुना, काफ़ हा या ऐन साद किफायतुना, हामीम ऐन सीन क़ाफ़ हिमायतुना, आमीन फ़-सयक फीकहुमुल लाहु व हुवस समीउल अलीम

सितरुल अरशि मस्बूलुन अलैना, व ऐनुल लाहि नाज़ि-रतुन इलैना, व बिहौलिल लाहि ला यक्दिरु अ-हदुन अलैना, वल लाहु मिव वराइहिम मुहीत, बल हुवा क़ुरआनुम मजीद, फ़ी लौहिम महफ़ूज़

फ़ल लाहु खैरुन हाफिज़ा, फ़ल लाहु खैरुन हाफिज़ा, फ़ल लाहु खैरुन हाफिजौ व हुवा अरहमुर राहिमीन, इन्ना वलिय्यियल लाहुल लज़ी नज्ज़लल किताब, वहुवा य-तवल्लस सालिहीन, फ़इन तवल्लौ फ़क़ुल हस्बियल लाह, ला इलाहा इल्ला हुवा अलैहि त-वक्कलतु वहुवा रब्बुल अरशिल अज़ीम

बिस्मिल लाहिश शाफी, बिस्मिल लाहिल काफ़ी, बिस्मिल लाहिल मुआफ़ी, बिस्मिल लाहिल लज़ी ला यदुर्रू मअ इस्मिही शैउन फ़िल अरदि वला फिस समाअ, वहुवस समीउल अलीम, वला हौला वला क़ुव्वता इल्ला बिल लाहिल अलिय्यिल अज़ीम, वसल लल लाहु तआला अला खैरी खल्किही मुहम्मदिव व आलिहि वअस हाबिही अज मईन, बिरह मतिका या अर हमर राहिमीन

इन्नल लाहा व मलाइ-कतहू युसल्लूना अलन नबिय्यि, या अय्युहल लज़ीना आमनू सल्लू अलैहि व सल्लिमू तस्लीमा, अल्लाहुम्मा सल्लि अला सय्यिदिना मुहम्मदिव व अला आलि सय्यिदिना मुहम्मदिव व बारिक व सल्लिम, वसल लल लाहु अलन नबिय्यिल करीम

अल्लाह तआला हम सबकी नेक तमन्नाएँ पूरी फ़रमाए

दुआ हिज़बुल बहर सुनने के लिए हमारे चैनल पर जाएँ

5 thoughts on “Dua Hizbul Bahr And Its Benefits Hindi | दुआ हिज़बुल बह्र और इसके के फ़ायदे

    1. dua hizbul bahr quran pak me nahin hai balki ye un duaon me se hai jisko buzurgane deen padha karte the aur fayda uthate the to tamam logon ko bhi is se fayda uthane ke liye bataya. aur is tarah ki doosri duayen bhi hain.

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